मृत्यु
अभिशाप नहीं वरदान है ,
कष्ट नहीं मुक्तिधाम है ,
बंधन नहीं आजादी है ,
आबादी है ये नहीं बर्बादी
है |
झूठे हैं वो कहते जो मृत्यु
विकराल है ,
ये आती तो आता आकाल है ,
सतह की छाँव नहीं गहरा
पाताल है ,
ये सुर नहीं बेसुरा बजता
ताल है |
मृत्यु मुक्ति इस जगत से,
मृत्यु मुक्ति इस जलन से,
मृत्यु मुक्ति ओहापोह से,
मृत्यु मुक्ति धर्म-कर्म से
|
मंझधार में जीवन हमेशा,
मृत्यु तो किनारा है ,
सुख ढूढते रहे हमेशा ,
मृत्यु तो स्वयं सुख है|
जिसकी अराधना की जीवन भर,
उसका ही तो यह बुलावा है ,
मृत्यु ही परमसत है ,
न रचा किसी का छलावा है |
तुम डरते क्यूँ हो उससे,
गले जिसको लगाना है ,
क्यों बचते तुम हो उससे,
विलीन जिसमे हो जाना है|
मृत्यु सत्य , मृत्यु विराम ,
जीवन असत्य, दुःख अविराम,
मृत्यु खुशहाली, मृत्यु
बहाली ,
जीवन बंधन, मचलती बेहाली |
चलो आरती मृत्यु की गायें ,
ताकि मृत्यु सुगम ही आये ,
कितने पत्थरों में फूल हमने
चढ़ाये,
चलो आज मृत्यु मंदिर
बनाएं |-------------------------------------------------------------------
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